अमृत – मधु, सुधा, पीयूष, अमी, सोम, सुरभोग। कर्ण – सूर्यपुत्र, राधेय, कौन्तेय, पार्थ, अंगराज, सूतपुत्र। उधार दिए हुए धन को हम ऋण या क़र्ज़ कहते हैं। अंग्रेजी में हम इसे personal debt या bank loan कहते हैं। पंडित जी के पास ज्ञान की जो सम्पदा है उसकी थाह नहीं https://miloqtptg.jasperwiki.com/6180099/5_easy_facts_about_patta_ka_paryayvachi_shabd_described