देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥ अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका https://jaredjnstj.qowap.com/89296660/everything-about-shiv-chalisa-lyrics-in-english