श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। महावीर विक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी॥ अन्तकाल रघुबर पुर जाई। जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई॥ तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस बदन तुह्मारो जस गावैं । क्या चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं? शंकर सुवन केसरीनन्दन। तेज प्रताप महा https://limawebdirectory.com/listings737820/what-does-hanuman-chalisa-mean